बीते शनिवार को थराली गांव, सूना गांव, पैनगढ गांव, देवलग्वाड गांव को थराली नगर से जोड़ने वाला वैकल्पिक मोटर/ पैदल पुल बह गया हैं। लगातार दो दिनों से हुई मूसलाधार बारिश के कारण शनिवार शाम को लगभग 7:00 बजे के समय प्राणमति नदी का जलस्तर बढ़ गया जिस कारण वैकल्पिक मोटर/पैदल पुल बह गया था।
जिस कारण ग्रामीणों का बाजार से सम्पर्क टूट चुका था और खाद्यान्न संकट पैदा हो गया था, साथ ही स्कूली बच्चों, दुकानदारों और नौकरी पेशा लोगों का अपने गंतव्य तक पहुंचना मुश्किल हो गया था |
जिस कारण बीमार लोगों, गर्भवती महिलाओं, आपातकालीन स्थितियों में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली तक पहुंचना भी मुश्किल हो गया था, जिस कारण ग्रामीणों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था |
बीते वर्ष सोल क्षेत्र में बादल फटने से आई भंयकर आपदा के कारण भी प्राणमति नदी पर बने मोटर पुल तथा पैदल पुल दोनों ही पुल बह चुके थे।
मंगलवार को जब मौसम साफ हुआ और धूप निकली तो ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत कर फिलहाल पैदल आवागमन की वैकल्पिक व्यवस्था के लिए लकड़ी का पुल तैयार कर दिया हैं।
फिलहाल जब तक बारिश नहीं होती है तब तक इस पुल के सहारे ग्रामीण आवागमन कर बाजार से अपनी आवश्यकता की वस्तुओं तथा खाद्य सामग्री ले जा सकते हैं, साथ ही दुकानदार, नौकरीपेशा लोग भी जान जोखिम में डालकर इस पुल से आवागमन कर सकते हैं।
श्रमदान करने वालों में कुंवर सिंह रावत, प्रकाश चन्दोला, जगमोहन सिंह रावत, कैलाश देवराड़ी, खीमानंद देवराड़ी, नन्दू बहुगुणा, कुन्दन सिंह रावत, खेमराज देवराडी, अनुसूया जोशी, आदि ग्रामीण उपस्थित रहे।