केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने रविवार को सुरक्षा एजेंसियों को क्षेत्र प्रभुत्व योजना और शून्य आतंकवाद योजना के माध्यम से जम्मू में कश्मीर घाटी की सफल नीति को दोहराने का निर्देश दिया।
हाल ही में कई आतंकवादी हमलों के बाद जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति पर एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करने वाले शाह (Amit Shah) ने अधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों को जम्मू में आतंकवाद के समर्थकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
इंडिया टुडे टीवी की रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने आगामी अमरनाथ यात्रा के लिए मजबूत सुरक्षा कवर की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और अधिकारियों को सभी मार्गों और प्रमुख स्थानों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। अमरनाथ यात्रा 29 जून को शुरू होगी और 19 अगस्त को समाप्त होगी।
रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि शाह (Amit Shah) ने शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को जम्मू क्षेत्र में उभरते आतंकवाद का “मजबूत जवाब” देने और किसी भी कीमत पर इसके पुनरुत्थान को रोकने का निर्देश दिया।
अमित शाह (Amit Shah) ने कश्मीर घाटी में आतंकवादियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले घुसपैठ के सभी बिंदुओं को बंद करने का आदेश दिया।
वैष्णो देवी और शिवखोरी सहित सभी तीर्थ स्थलों की सुरक्षा के लिए समन्वित प्रयासों के लिए एक मजबूत संदेश भी भेजा गया।
J&K: शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों की महत्वपूर्ण बैठक –
महत्वपूर्ण बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, नामित सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक आरआर स्वैन और अन्य वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारी शामिल थे।