ज़हरीखाल ब्लॉक में पंचायत मंत्रियों और प्रधानों द्वारा लाखों के कूड़ेदान घोटाले की ख़बर को प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिससे बाद राष्ट्वादी रीजनल पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता इंद्रजीत असवाल ने इसकी शिकायत ब्लॉक प्रमुख को की गई थी | जिसके बाद ब्लॉक प्रमुख द्वारा अपने ही ब्लॉक अधिकारियों से जांच करवाई गई |
अपने ही अधिकारियों से करवाई गई जांच
जिसमे ब्लॉक द्वारा इसकी जांच ब्लॉक के अधिकारियो से करा कर साबित कर दिया की ब्लॉक के अधिकारी अपने स्वार्थ में भृष्ट पंचायत मंत्रियों को बचाने का कार्य कर रहा है | जिससे साफ लगाने लगा है कि पूरा ही ब्लॉक भ्रष्ट है, इसलिए तो जांच में उनके अपने ही अधिकारी थे |
जिनके नाम रवींद्र सिंह सo विo अधिo सहo, अनूप भण्डारी सहायक विकास अधिकारी पंचायत , संतोष लखेड़ा अपर सहायक अभिo, रजत चौहान कनिष्ठ अभियंता पंचायत शामिल थे |
इन चार अधिकारियों से जांच कारवाई गई थी, तो इनको कूड़ेदानों के दामों में कोई खामी नज़र नहीं आई | शायद ये अधिकारी देश की नंबर वन टाटा स्टील के चस्मे लगाकर जांच पर गए रहे होंगे |
आपको बतादें कि पंचायतीराज अधिकारी द्वारा लोक सभा चुनाव से पहले स्वयं जाँच करने करने की बात कही गई थी, लेकिन शायद चुनाव की व्यस्तता ने उन्हें भुला दिया या फिर अत्यधिक गर्मी के कारण वे पौड़ी से बाहर नही निकलना चाहते, या घोटाले का हिस्सा साहब तक पहुँच गया है |
बाजार भाव से अधिक लागत से बनाये गए कूड़ेदान
अब हम आपको इस दुर्लभ कूड़े दान को दिखा रहे हैं जो जहरीखाल ब्लॉक का है, जिसे ग्राम सभा प्रधान व ग्राम पंचायत विकास अधिकारी उर्फ पंचायत मंत्रियों के द्वारा 35 से 45 हजार रूपए में दिखाया गया है | जिसका वास्तबिक बाजार भाव मात्र 15 से 25 हजार रूपए का है |
जहरीखाल ब्लॉक के बन्दूंन, खडकोली, पुनडेरगांव, ग्वीलानी,बसई, चौड़, कंडाई, कफल्डी, पास्ता इन 9 गांवों में 45 हजार का एक कूड़ेदान लगाया गया है जबकि पैनल गांव में 47 हजार 164 रुपए है |
वहीं पडेरगांव, घांगली, बुद्धगांव, घेटुल गांव, मठाली गांवों में 40 हजार, बबीना , तोली, कोटा मल्ला, तल्ला, बयाली, नागधार में 39 हजार 966 रुपए, पीड़ा 37 हजार 961 रुपए,बाड्यू, जदला, जडियाना, जलेथा 38 हजार 461 रुपए व बॉसी, डाबरी, बरस्वार, सुकोली, बड़गांव 34 हजार 461 रुपए मलेथी मल्ली, थल्दा ओडल में 35 हजार 893 रुपए लगाया गया है |
ब्लॉक प्रमुख ने किये हाथ खड़े
आपको बता दें कि जहरीखाल ब्लॉक प्रमुख ने मामले में जांच करवाई थी लेकिन जांच टीम में सब उन्ही लोगों के हितेषी थे जिन्होंने इस घोटाले को अंजाम तक पहुंचाया था | अब इस मामले प्रमुख साहब ने भी हाथ खड़े कर दिए हैं | आप देखिए अंदाजा लगाए ये कितने तक बन सकता है इनमे से कई कूड़ेदानों में रद्दी टीन, खतम लोहे का प्रयोग भी किया गया है |
वही एकेश्वर ब्लॉक में भी ब्लॉक प्रमुख नीरज पाँथरी द्वारा जाँच के आदेश दिए गए थे, लेकिन 3 महीने बाद भी जाँच नहीं हुई या फिर ब्लॉक प्रमुख जी भूल गए |
जबकि एकेश्वर ब्लॉक में खुद प्रधान पति ने बबली नामक पंचायत मंत्री पर उनके अकाउंट से ज्यादा पैसा निकालने की बात की गई थी | जिसमे उनके द्वारा कहा गया कि जिस वैल्डर से कूड़ेदान बनवाए गए थे उसने 17 हजार के हिसाब से दो बनाए थे |
लेकिन भ्रष्ट पंचायत मंत्री बबली रावत के द्वारा प्रधान के खाते से 86 हजार निकाल दिए क्योंकि डोंगल दोनो पंचायत मंत्री जी के पास ही रहते हैं अब ये तो उक्त भ्रष्ट अधिकारी बबली रावत को सजा देने के लिए पर्याप्त सबूत था फिर कार्यवाही क्यों नही हुई |
जिले में करीब सभी विकास खण्डों में भ्रटाचार
राष्ट्वादी रीजनल पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता इंद्रजीत असवाल ने बताया कि उनके द्वारा जब पूरे जिले के विकास खण्डों में जांच की गई तो तक़रीबन सभी विकास खण्डों में इस प्रकार के घोटाले की बात सामने आई है |
ऐसा नहीं है कि कूडादान घोटाला सिर्फ एक ही ब्लॉक में हुआ हो जनपद पौड़ी के लगभग सभी ब्लॉकों में ऐसा हुआ है | हमारे द्वारा जहरीखाल, रिखणीखाल, पोखड़ा, एकेश्वर, यमकेश्वर, द्वारीखाल, कोट ब्लॉक तक तस्दीक की गई है |
अब देखने वाली बात यह होगी कि हमारी खबर के बाद क्या प्रशासन व पंचायती राज विभाग इसमें निष्पक्ष जांच करेगा या फिर जैसा चल रहा है वैसे ही चलने देगा |
लैंसडाउन से अनुज नेगी की रिपोर्ट