चारधाम यात्रा को लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री अब और भी गंभीर हो गए हैं। आज अपने सभी राजनीतिक कार्यक्रम निरस्त करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सीधे देहरादून सचिवालय पहुंचे | जहाँ उन्होंने अफसरों के साथ हाई लेवल बैठक करते हुए कई दिशा निर्देश दिए हैं।
सचिवाल में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि देश के अन्य राज्यों की सरकारों से यह भी अनुरोध किया जा रहा है कि चारधाम यात्रा सामान्य होने तक कृपया कोई भी वीवीआईपी ना आए तो बेहतर होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की चारधाम यात्रा राज्य की आर्थिक को मजबूत करती है और हर यात्री तथा श्रद्धालुओं की रक्षा एवं सुरक्षा करना हमारा कर्तव्य है। इसलिए सभी अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि यह सुनिश्चित भी किया जाए कि बिना पंजीकरण किसी भी प्रकार से यात्रा न होने पाए ।
मुख्यमंत्री धामी ने सभी देशवासियों से एक बार फिर से अपील करते हुए कहा कि यात्रा पर वहीं लोग पहुंचे जिनका जिस तिथि में पजीकरण हुआ है।
अब मोबाइल फोन को मंदिर के 200 मीटर तक ले जाना होगा प्रतिबंध
वहीँ चारधाम यात्रा को लेकर नए दिशा निर्देश जारी किये गए हैं जिसमें अब मंदिर से 200 मीटर तक मोबाइल प्रतिबंधित कर दिए जाएंगे।
इस सम्बन्ध में मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने दिशा -निर्देश जारी करते हुए कहा कि नियमों का पालन नहीं करने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।
मुख्य सचिव ने कहा कि बहुत ज्यादा संख्या में श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आ रहे हैं तथा उनके लिए सारी व्यवस्था की गई है। साथ ही उन्होंने कहा कि सभी प्रदेशों के मुख्य सचिवों को पत्र भेज रहे हैं तथा चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को अपंजीकृत वाहन या अपंजीकृत तरीके से न आने को लेकर कहा जा रहा है | साथ ही यात्रा पर आने वाले सभी लोगों की बहुत सख्त जांच की जा रही है।
उन्होंने बताया कि यात्रियों के लिए यात्रा के प्रत्येक पड़ाव पर भोजन, पानी, शौचालय आदि की अच्छी व्यवस्था की गई है। कहीं भी कोई भगदड़ अब तक नहीं मची है। अगर कोई ऐसी अफवाह फैलाता है तो इसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी ।