तहसील बेरीनाग मुख्यालय से 10किमी दूर उडियारी गांव के ग्रामीण पानी की समस्या से जूझ रहे है | गांव के ग्रामीणों ने पिछले वर्ष पानी की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया था, जिस पर वृद्ध महिलाओं सहित 70 ग्रामीणों पर मुकदमा भी दर्ज हुआ था |उसके बाद गांव में पेयजल लाइन तो बिछाई गयी, लेकिन योजना में ग्रामीणों को पानी नसीब नही हो रहा है।
13 करोड़ की जल जीवन मिशन योजना के बाद भी ग्रामीणों को पानी नसीब नही हो रहा है जिससे कुछ घरों में चौथे दिन दो बाल्टी पानी नसीब हो रहा है | इस १३ करोड़ की योजना के न चलने से गांव के ग्रामीण धारे नौलों पर निर्भर है और अपनी तथा अपने पशुओं की प्यास भुझाने को संघर्ष कर रहे हैं |
योजना में भ्रष्टाचार के लगे आरोप
वहीँ ग्रामीणों ने इस योजना पर भी सवाल खड़े किये हैं और कहा है कि जल जीवन मिशन के अन्तर्गत उडियारी गांव में पेयजल के निर्माण में बड़ी धांधली देखने को मिल रही है | ग्रामीणों ने भ्रटाचार का आरोप लगाते हुए कहा कि इस योजना में लगाये गये पाइप बहुत ही घटिया गुणवत्ता के होने के कारण हैंड ओवर होने से पहले ही जंग लग चुका है और योजनाओं में बिछाये गये अधिकाशं लाइन भी खुले में बिछाई गई है | इससे पूर्व में भी ग्रामीणों के द्वारा योजना में भ्रष्टाचार होने की शिकायत की थी, लेकिन विभाग द्वारा इसका कोई भी संज्ञान नहीं लिया गया |
ग्रामीणों ने आन्दोलन की दी चेतावनी
ग्राम प्रधान उडियारी दीपा देवी ने कहा गांव के लगे नलों में कुछ ही घरों में पानी मिल रहा है और कुछ घरों में नल शो पीस बनकर रह गये हैं | जिससे कारण गाँव के धारे नौलें में ग्रामीण देर रात्रि तक घंटो खड़े रहने के बाद पानी नसीब हो रहा है |
युवक मंगल दल के अध्यक्ष योगेश महरा ने कहा कि पूर्व में भी ग्रामीण पानी की समस्या को लेकर डीएम को शिकायत कर चुके हैं, लेकिन उसके बाद कोई कार्रवाई नहीं हो रही है यदि शीघ्र पेयजल व्यवस्था को सुचारू नहीं की गई तो उग्र आन्दोलन किया जायेगा ।
अधिकारी के फोन की बजती रही घंटी
इस योजना को लेकर ग्रामीणों की शिकायत पर जब हमारे द्वारा फोन पर जल निगम गंगोलीहाट के अधिशासी अभियंता को उनका पक्ष जानने के लिय फोन किया तो उनके द्वारा फोन ही रिसीव नहीं किया गया। जिससे उनका पक्ष पता नही चल पाया।