उत्तराखंड कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने पिंडर घाटी के आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर प्रभावितों से मिलकर हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
शनिवार को थराली पहुंचने पर गणेश गोदियाल का कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गर्मजोशी से स्वागत किया गणेश गोदियाल ने पत्रकारों से प्रेस वार्ता कर कहा कि सरकार शराब की दुकानों को खोलने में प्राथमिकता दे रही है, उन्हें शिक्षा, स्वास्थ्य,सड़क,बिजली, पानी तथा आपदा प्रभावितों की कोई चिंता नहीं हैं |
उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा स्थानीय विधायक भूपाल राम टम्टा को घेरते हुए कहा एक वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी रतगांव को थराली नगर से जोड़ने वाला क्षतिग्रस्त मोटर पुल का कार्य आज तक शुरू नहीं हो पाया हैं ।
वहीं आपदा से प्राणमति नदी मैं थराली गांव,सूना,पेनगढ़ देवलवाड़ को जोड़ने वाला मोटर पुल का निर्माण नहीं होने से यहां रह रहे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है, जबकि स्थानीय विधायक का गृह क्षेत्र भी यही पड़ता हैं जिससे भाजपा की करनी और कथनी में अंतर साफ दिखाई पड़ता है |
वही सड़कों की स्थिति जर्जर बनी हुई हैं, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र थराली में अल्ट्रासाउंड और एक्स रे आदि सुविधाओं का अभाव बना हुआ है,जबकि मुख्यमंत्री की घोषणा तथा दो दो विधायकों के आश्वासन के बाद भी अभी तक अल्ट्रासाउंड मशीन शुरू नहीं हो पाया |
वहीं क्षेत्र के कई स्कूलों में अध्यापक नहीं हैं, जिस कारण नोनिहालों का भविष्य अंधकार मय होता जा रहा हैं,
उन्होंने कहा विधानसभा का मानसून सत्र कम से कम 15 दिन का होना चाहिए था तभी सभी विधायक अपने क्षेत्र की समस्याओं को रख सकते लेकिन सरकार ने सत्र को दो दिन में ही विधायको के वेतन भक्तों में सवा लाख का इजाफा कर सत्र समाप्त कर दिया हैं और कहा कि उत्तराखंड में महिलाएं सुरक्षित नहीं है |
उधम सिंह नगर, देहरादून की घटना के साथ ही अंकिता भंडारी मामले में कांग्रेस पार्टी लगातार भारतीय जनता पार्टी और राज्य सरकार पर सवाल उठा रही है. वहीं अभी तक इस मामले में वीआईपी का नाम सामने नहीं आया है और उसकी पहचान भी उजागर नहीं हो पाई है, जबकि अंकिता के माता ने तथाकथित वीआई पी का नाम उजागर किया जिसके कारण अंकिता के माता-पिता पर लगातार दबाव बनाया जा रहा था आखिर सरकार उस वीआई पी को क्यों बचा रही है ।
स्थाई राजधानी पर बोलते हुए उन्होंने कहा अगर हमारी सरकार बनती है तो स्थाई राजधानी गैरसेंड बनाई जाएगी, उन्होंने मूल निवास तथा भू कानून का समर्थन करते हुए सरकार पर जमकर बरसे और कहा उत्तराखंड विधानसभा के मानसून सत्र में विधायकों के वेतन भत्तों की बढ़ोत्तरी से जुड़ा विधेयक पास किया गया. इस विधेयक के पास होने के बाद उत्तराखंड विधानसभा के सदस्यों को अब प्रतिमाह वेतन-भत्ते के रूप में लगभग चार लाख रुपए मिलेंगे |
बढ़ती महंगाई को देखते हुए तदर्थ समिति ने विधायकों के वेतन-भत्तों के साथ ही उनके वैयक्तिक सहायक के वेतन में वृद्धि की संस्तुति की थी | अभी तक विधायकों को वेतन भत्ते के रूप में प्रतिमाह लगभग 2.90 लाख रुपए मिलते हैं | अब इस मामले में कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने कहा जहाँ सरकार ब्याज चुकाने के लिए ब्याज पर कर्ज ले रही हैं और पूरा प्रदेश आपदा की दंश झेला है ऐसे मे विधायकों के वेतन पेट बढ़ाना कहां उचित होगा | उन्होंने बढ़े हुए वेतन भत्ते के साथ ही अन्य सुविधाएं लेने से इंकार कर दिया हैं।
इस अवसर पर उनके साथ कांग्रेस जिला अध्यक्ष मुकेश नेगी,ब्लॉक अध्यक्ष विनोद रावत, मीडिया प्रभारी विनोद चंदोला,संदीप पटवाल,मनोज चंदोला, महासचिव गजेंद्र रावत, पप्रेम बिष्ट,प्रमोद बिष्ट, कमलेश देवराडी,नवनीत रावत,संदीप कुमार पटवाल, देवराज रावत,हर्षवर्धन बुटोला,महेश उनियाल,जगत सिंह,उमेश पुरोहित आदि मौजूद थे।