ग्रीन पल्स सोसायटी की ओर से शुरू किए गए आराध्या बीज बाल अभियान के शुभारंभ अवसर पर TCG पब्लिक स्कूल में आयोजित समारोह में जिलाधिकारी डा.आशीष चौहान ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर शिक्षित किया।
उन्होंने समझाया कि कैसे हर वस्तु का कार्बन फुट प्रिंट होता है और प्लास्टिक का अत्यधिक उपयोग पर्यावरण को कैसे नुकसान पहुंचा रहा है। उन्होंने न्यूनतमवादी जीवनशैली अपनाने पर बल दिया, जिसमें हम अपनी आवश्यकताओं को कम करते हुए प्लास्टिक और अन्य हानिकारक पदार्थों का उपयोग कम करते हैं।
उन्होंने ऐतिहासिक और पौराणिक वस्तुओं के प्रति तर्कसंगत दृष्टिकोण अपनाने पर भी उन्होंने जोर दिया। स्थानीय पेड़-पौधों और जीव-जंतुओं के पर्यावरणीय महत्व को समझाते हुए, उन्होंने बताया कि इनका संरक्षण कितना महत्वपूर्ण है। भविष्यवादी सोच अपनाने के लिए प्रेरित करते हुए उन्होंने बच्चों को देश और समाज के भविष्य के रूप में देखा और उनसे लगन और गंभीरता से जीवन में लक्ष्य प्राप्त करने का आह्वान किया।
लैंसडौन वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी नवीन चंद्र पंत ने औद्योगिक क्रांति के कारण पर्यावरण पर पड़ रहे असर के बारे में जानकारी दी। कहा कि धरा का अस्तित्व लंबे समय तक बना रहे, इसके लिए आज से ही प्रयास करने होंगे। सीड बाल अभियान को पर्यावरणीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बताते हुए उन्होंने कहा कि सीड बाल के जरिए एक समय में काफी स्थानों पर वनों को विकसित किया जा सकता है।
वनाग्नि को पर्यावरण के लिए बेहद हानिकारक बताते हुए उन्होंने जंगलों में लगने वाली आग से धरती की सतह राख हो जाती है व कई ऐसी प्रजातियां नष्ट हो जाती हैं, जो जीवन के लिए बेहद जरूरी हैं। कहा कि जंगलों में जितना आग लगेगी, धरा की आयु उतनी कम होती चली जाएगी।
इस मौके पर नगर आयुक्त वैभव गुप्ता, अपर पुलिस अधीक्षक जया बलूनी, उपजिलाधिकारी सोहन सिंह सैनी, तहसीलदार दीक्षा उपाध्याय, राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के प्राचार्य डा.एम.कुशवाहा, टीजीसी वेलफेयर सोसायटी की अध्यक्ष लक्ष्मी घिल्डियाल, प्रधानाचार्या नीना, ग्रीन पल्स संस्था के अध्यक्ष प्रमोद बंसल, उपाध्यक्ष परिणिता कंडवाल, डा.मोहन कुकरेती, दिग्विजय सिंह, मोहित कंडवाल, गणेश काला, योगेश जोशी सहित विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारी व स्कूल के बच्चे मौजूद रहे। संचालन सचिव प्रशांत कुकरेती ने किया।