जनपद के नगर पालिका बड़कोट में भीषण पेयजल किल्लत से जूझ रहे नगरवासियों का भूख हड़ताल व अनिश्चितकालीन धरने पर नया मोड़ आ गया ,प्रशासन व पुलिस ने आंदोलनकारियों को जबरन उठवाकर पहले थाने लाये उसके बाद साड़ा खड्ड पर चिन्हित धरना स्थल पर सभी को छोड़ दिया ।
घटना की जानकारी मिलते ही नगर के सभी लोग एकत्र हुए और सरकार के खिलाप जमकर नारेबाजी करने लगे। नगर वासियों व महिलाओं ने प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए भारी नाराजगी व्यक्त कर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
नगरवासी पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति की मांग विगत 42 दिनों से करते आ रहें है। नगरवासी प्रवीन रावत दूसरे दिन भूख हड़ताल पर डटे रहे और अनिश्चितकालीन धरना 42वे दिन भी जारी रहा ।इससे पूर्व रात को प्रशासन ने तहसील के गेट पर ताला जड़ने ने जनता में आक्रोश बढ़ गया भारी नारेबाजी व विरोध के बाद ताला खोल दिया। रातभर महिलाएं व बुजुर्ग धरना स्थल पर डटे रहे।
सुबह जैसे ही कुछ लोग घर पर गये वैसे ही भारी पुलिस बल के साथ भूख हड़ताल पर बैठे प्रवीन रावत ,जय हो ग्रुप के संयोजक सुनील थपलियाल और सहकारी समिति के अध्यक्ष अजय रावत को पुलिस ने कब्जे में लेते हुए जबरन तहसील से उठाकर थाने ले लाये उसके बाद साड़ा खड्ड पर चिन्हित धरना स्थल छोड़ दिया गया।
दरअसल बड़कोट की जनता भीषण जल संकट से त्रस्त है । पेयजल पम्पिंग योजना की वित्तीय स्वीकृति सहित चार सूत्रीय मांगों को लेकर 6 जून से धरना चल रहा है और 6 जुलाई से भूख हड़ताल और अनिश्चित कालीन धरना चल रहा है।
इस मौके पर पूर्ण सिंह रावत,आराधना नौटियाल,मनीषा ठाकुर,मीनाक्षी चौहान,ममता रावत,बबिता ,गोदाम्बरी,मुन्नी देवी,हेमंत,हेमा बच्छेर,लक्ष्मी रावत,सुमित्रा,सुंदर देई,निर्मला,इंदुबाला,पंकिता,स्वतंत्री,चतरी देवी,रीना रावत,भारती देवी,अमिता पंवार,मंजू गौड़,सुमित्रा जोशी,अनिता राणा,गीता बहुगुणा,जयशीला,एस एस रावत,अनूप नौटियाल,अब्बल चन्द कुमाई,राजराम जगूड़ी, अजय रावत बाडिया, विजय रावत भक्त,सोबेन्द्र चौहान, मनमोहन,प्रताप रावत,जयवीर जयाड़ा, मोहित थपलियाल,संजय अग्रवाल,गणेश,जय सिंह, कपिल ,शिवप्रसाद,नीरज रावत चन्द्रमणि,,उपेन्द्र ,गौतम ,तेग सिंह,दिपेंद्र मिश्रवान,भगवती सहित सैकड़ों नगरवासी मौजूद थे।