वीरवार को राजकीय महाविद्यालय तलवाडी द्वारा यूकोस्ट के सहयोग से आयोजित बौद्धिक संपदा अधिनियम पर राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया । सेमिनार महाविद्यालय के लाल बहादुर शास्त्री ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया।
सेमिनार में वक्ताओं ने बौद्धिक संपदा अधिनियम के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा करते हुये इसके महत्व के बारे मे विस्तृत जानकारी दी गई, विशेषज्ञ बक्ताओ ने पेटेंट,कॉपी राईट, जीआई के समंध में बताते हुए कहा कि बौद्धिक संपदा अधिकार वो कानूनी अधिकार है जो रचनात्मक कार्यो,साहित्य,कलात्मक कार्यो,संगीत, कला,डिजाइन, प्रकाशनों के उपयोग, वितरण पर नियंत्रण की अनुमति देता है।
सेमिनार में पेटेंट,कॉपीराइट के उपयोग, पंजीकरण, आय संबंधित कानूनों एव अन्य पहलुओ पर विस्तार से चर्चा की गई। परम्परागत ज्ञान को किस तरह पेटेंट करे पर भी चर्चा की गई। इसके अलावा बौद्धिक संपदा अधिनियम का परिचय,पेटेंट और ट्रेडमार्क की महत्ता, कॉपीराइट और इसके नियम,बौद्धिक संपदा अधिनियम के महत्व और इसके प्रभाव पर चर्चा की गई। सेमिनार में विद्यार्थी, शिक्षक और उद्योग जगत के प्रतिनिधियो ने भाग लिया।
सेमिनार को संयुक्त शिक्षा निदेशक उच्च शिक्षा डॉ आनंद सिंह उनियाल ,डॉ एके जोशी प्राचार्य पीजी कॉलेज सोमेश्वर, डॉ एच के चतुर्वेदी, वरिष्ठ वैज्ञानिक यू कास्ट डॉ नवीन जोशी,महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ वाईसी सिंह, डॉ नीतू पांडेय, डॉ प्रतिभा आर्य,डॉ शंकर राम आदि ने संबोधित किया |
इस मौके पर अनुज कुमार,सुनील कुमार, मोहित उप्रेती,डॉ निशा ढोडियाल,डॉ पुष्पा रानी, डॉ सुधा राणा, डॉ जमशेद अंसारी, डॉ सुनीता भंडारी, डॉक्टर संतोष पंत,डॉक्टर सुनील कुमार आदि मौजूद थे ।
कार्यक्रम का संचालन डॉक्टर ललित जोशी ने किया।
सुभाष पिमोली थराली