समाज सेवा के साथ जीवन जीने की कला सिखाता है एनएसएस, 55वें स्थापना दिवस के अवसर पर एक दिवसीय शिविर आयोजित
राष्ट्रीय स्वयं सेवा की 55 वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में राम चंद्र उनियाल राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय उत्तरकाशी में एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया, जिसके तहत सभी स्वयंसेवियों ने वृहद स्वच्छता अभियान चलाया तथा पुरीखेत परिसर में सफाई की।
उन्होंने प्लास्टिक उन्मूलन के साथ साथ परिसर में उगी हुई झाड़ियों को भी हटाया। तत्पश्चात भाषण, निबंध तथा पोस्टर प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिताओं के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए जिसमे स्वयंसेवियों ने लोक संस्कृति से जुड़े गानों पर नृत्य किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो पंकज पंत ने की। प्रो पंत ने एन एस एस के नियम तथा कर्तव्य के बारे में जानकारी दी। साथ ही एन एस एस के द्वारा व्यक्तित्व निर्माण तथा सामाजिक कार्यों के बारे में विस्तार से समझाया। कार्यक्रम अतिथि प्लान इंडिया के जिला समन्वयक सुभाष ममगाईं थे जिन्होंने स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर व्याख्यान दिया ।
महाविद्यालय के स्वीप कार्यक्रम के नोडल तथा वनस्पति विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ एम पी एस परमार ने भी मतदान तथा मतदाता जागरूकता विषय पर छात्रों से चर्चा की।
एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी डा ऋचा बधानी ने बताया कि एन एस एस हमे जीवन जीने की कला सिखाता है। यह हमारे मानसिक, शारीरिक तथा व्यक्तित्व निर्माण में सहायक है तथा इसके द्वारा हम समाज सेवा भी कर सकते हैं।
कार्यक्रम अधिकारी डा परदेव सिंह ने सभी का कार्यक्रम को सफल बनाने हेतु आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम के अंत में सभी विजेताओं को प्राचार्य द्वारा पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन स्वयंसेवी रोहित एवं वंशिका ने किया ।
मनमोहन भट्ट, उत्तरकाशी