रायवाला थाना क्षेत्र के छिददरवाला इलाके में पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। भाजपा युवा मोर्चा के जिला मंत्री आयुष रावत ने मंगलवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी करते हुए रायवाला पुलिस पर शराब माफियाओं और चोरों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। आयुष रावत का कहना है कि पुलिस एक तरफ निर्दोष लोगों को अभियान के नाम पर परेशान कर रही है, जबकि असली दोषियों को बचाया जा रहा है।
आयुष रावत ने अपने वीडियो में बताया कि पुलिस कर्मचारियों द्वारा इलाके में लोगों के घरों में जबरन घुसकर गाड़ियाँ उठाई जा रही हैं। रावत ने इस मुद्दे पर सवाल उठाते हुए कहा, “क्या पुलिस जनता की रक्षक है या भक्षक?” उन्होंने यह भी कहा कि अब वह समय नहीं है जब वर्दी का डर दिखाकर मनमानी की जाए।
आयुष रावत ने रायवाला थाने के कुछ पुलिसकर्मियों पर शराब माफिया और चोरों से सांठगांठ का आरोप लगाते हुए कहा कि ऐसे पुलिसकर्मियों की जरूरत हमारे क्षेत्र में नहीं है। उन्होंने मांग की कि छिददरवाला इलाके के लोगों के खिलाफ हो रही ज्यादतियों को तुरंत रोका जाए और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो के बाद स्थानीय लोग भी पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं। पुलिस प्रशासन की ओर से अभी तक इस मुद्दे पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है, लेकिन यह मामला अब तूल पकड़ता नजर आ रहा है।
क्या रायवाला पुलिस पर लगे आरोप सही हैं?
यह देखना बाकी है कि पुलिस इन आरोपों का क्या जवाब देती है, लेकिन छिददरवाला क्षेत्र की जनता का धैर्य टूटता नजर आ रहा है।
ऋषिकेश – Uttam Singh