ग्राम प्रधान संगठन द्वारा मंगलवार को देहरादून के प्रेस क्लब में एक महत्वपूर्ण पत्रकार वार्ता का आयोजन किया गया। इस अवसर पर संगठन के अध्यक्ष सोबन सिंह कैतूरा ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि डोईवाला ब्लॉक के ग्राम प्रधान और कर्मचारी भ्रष्टाचार के शिकार हो रहे हैं। एडीओ पंचायत राजेंद्र सिंह गुसाई पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा गया कि उन्होंने पूरे ब्लॉक में अपनी मनमानी चलाकर ग्राम प्रधानों को अनावश्यक जांच और मानसिक उत्पीड़न का शिकार बनाया है।
शोबन सिंह कैतूरा ने कहा कि राजेंद्र गुसाई ने पंचायत सचिवों का स्थानांतरण मनमाने ढंग से किया और ग्राम पंचायतों में अनावश्यक हस्तक्षेप किया। इतना ही नहीं, उन्होंने 300 रुपये की लागत वाले बोर्ड जबरन सभी पंचायतों में लगवाए। इसके साथ ही, जिला पंचायत परिसीमन में भी कुछ लोगों को अनुचित लाभ पहुँचाने का प्रयास किया गया।
प्रधान संगठन के वरिष्ठ सदस्य चमन पोखरियाल ने बताया कि ग्राम प्रधानों द्वारा कई बार शिकायत दर्ज कराने के बाद जिलाधिकारी ने एक जांच समिति गठित की, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर डीएम ने राजेंद्र गुसाई का स्थानांतरण कर दिया। हालांकि, उच्च अधिकारियों के हस्तक्षेप के कारण यह आदेश निरस्त कर दिया गया, जिसे प्रधान संगठन ने अन्यायपूर्ण बताया।
इस पूरे प्रकरण को लेकर प्रधान संगठन ने मुख्यमंत्री और विभागीय मंत्री के समक्ष अपनी बात रखी | जिसके बाद डीएम ने सख्त कदम उठाते हुए राजेंद्र गुसाई को निलंबित कर दिया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। प्रधान संगठन ने इसे भ्रष्ट और कामचोर अधिकारियों के खिलाफ एक उदाहरण और सबक बताया।
संगठन ने पंचायत राज निदेशक निधि यादव पर भी गलत जानकारी देकर भ्रम फैलाने का आरोप लगाया और आगामी पंचायत चुनावों को देखते हुए उनके पद से हटाने की मांग की।
प्रेस वार्ता में प्रमुख रूप से गीतांजलि ज़ख्मोला, चमन पोखरियाल, भगवान सिंह मेहर, नरदीप पुंडीर, राहुल दीपक चंद, कमलदीप कौर, सुधीर क्षेत्री, परमजीत कौर और अन्य प्रधान मौजूदरहे । संरक्षक मनोज ज़ख्मोला और बलविंदर सिंह भी इस अवसर पर मौजूद रहे।