आम आदमी पार्टी के नेता Raghav Chadha लंदन से वापस आ गए हैं। उन्होंने Cm अरविंद केजरीवाल से उनके आवास पर मुलाकात भी की है।
असल मे, दावा किया जा रहा था कि Arvind Kejriwal के साथी Raghav Chadha अपनी आंखों का इलाज कराने के लिए लंदन गए थे। दिलचस्प बात यह है कि केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद से ही राघव चुप थे और इसी के चलते यह सवाल भी उठने लगे थे कि क्या राघव Bjp से संपर्क कर चुके हैं। हालांकि आज जब राघव वापस लौटे हैं तो सारे कयासों पर ब्रेक लग गया है क्योंकि वे वापसी के बाद सीधे AAP संयोजक अरविंद केजरीवाल से ही मिलने गए।
अब मुलाकात का कारण क्या था, क्या बातचीत हुई, अभी ये साफ नहीं, लेकिन इसे एक बड़ी सियासी घटना के रूप में देखा जा रहा है। असल में राघव चड्ढा लंबे समय से राजनीति में सक्रिय नहीं चल रहे थे।
Raghav Chadha के चलते कम होंगी मुश्किलें?
राघव आप का राज्यसभा में प्रतिनिधित्व करते हैं और पार्टी पहले ही एक राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल द्वारा लगाए गए आरोपों के चलते मुसीबतों का सामना कर रही है। ऐसे में राघव का आना पार्टी के लिहाज से और भी अहम हो गया है। राघव एक मुखर वक्ता के तौर पर जाने जाते हैं, जो कि हिंदी, अंग्रेजी के अलावा पंजाबी में भी खुलकर भाषण दे सकते हैं, जिसके चलते पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिहाज से उनका चुनाव प्रचार में उतरना अहम हो सकता है।
Punjab के चुनाव प्रचार में होगी अहम भूमिका
Raghav पंजाब के इंचार्ज भी हैं और पिछले विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी(AAP) ने पंजाब में जो एकतरफा जीत हासिल की थी, उसमें राघव चड्ढा की सबसे अहम भूमिका था। पंजाब की सरकार पर यह आरोप भी लगते रहे हैं कि Cm Bhagwant Mann सरकार और पार्टी के सारे डिसीजन राघव चड्ढा के इशारे पर ही लेते हैं। यह आरोप बताता है कि आम आदमी पार्टी के लिए राघव चड्ढा सबसे अहम हैं और उनका वापस आना पंजाब में एक जून को होने वाली वोटिंग से पहले आम आदमी पार्टी के लिए संजीवनी की तरह है।