शहिद भवानी दत्त इंटर कॉलेज चेपड़ो तथा चेपड़ो बाजार में शनिवार को नशा मुक्ति अभियान के तहत नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं का उत्साहवर्धन हेतु जिला शिक्षा अधिकारी धर्म सिंह रावत पहुँचे मौके पर द हैशटैग बिलीवर फाउंडेशन एवम शिक्षा विभाग चमोली के सहयोग से शहिद भवानी दत्त इंटर कॉलेज चेपड़ो के छात्र /छात्राओं ने गीत संगीत एवं नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को नशा से होने वाले दुष्परिणामों की जानकारी दी।
साथ ही लोगों को नशा मुक्त अभियान में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील करते हुए जिल्ले को नशामुक्त बनाने का आग्रह किया। द हैशटैग बिलीवर फाउंडेशन की कंचन रावत द्वारा प्रशिक्षित छात्र-छात्राओं द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से लोगों को नशे के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों की विस्तार से जानकारी दी गई।
नाटक का शीर्षक “नशे मे जीवन या जीवन का नशा” रखा गया था। जिसकी छात्र-छात्राओं द्वारा सुंदर प्रस्तुति दी गई।कहा पहाड़ी यूवा समाज में ज़हर की तरह तेज़ी से फैलती नशे की लत के खिलाफ़ जागरुकता की परिभाषा को एक अदभुद व आकर्षक रुप देता मंच पहाड़ी थिएटर का सुन्दर नुक्कड़ नाटक “नशे में जीवन या जीवन का नशा” बीते महीनों से न केवल विकासखंड थराली अपितु जिला चमोली में चर्चा का विषय बना हुआ है।
नाटक की आयोजक संस्था हैशटैग बिलीवर फाउंडेशन द्वारा थियेटर एंड आर्ट वर्कशॉप के माध्यम से क्षेत्र के विभिन्न ग्रामीण स्कूली बच्चों को नुक्कड़ नाटक का 14 दिवसीय निःशुल्क प्रशिक्षण दिया जा रहा है। फलस्वरुप गांव गांव रोड,चौराहों पर छात्र कलाकारों की टीम नुक्कड़ नाटक के प्रभावशाली प्रदर्शन से लोगों का ध्यान अपने सामाजिक सन्देश कि ओर आकर्षित करने में निरंतर सफल हो रही है।
वही थराली ब्लॉक के अन्य राजकीय विद्यालयों में प्रशंसनीय प्रदर्शन करने के बाद संस्था द्वारा शहीद भवानी दत इंटर कॉलेज में 14 दिवसीय प्रशिक्षण के साथ नाटक की प्रस्तुति स्कूली छात्रों द्वारा शनिवार को ग्राम सभा चेपडो के इंटर कॉलेज मैदान में हुई जिसमें जिला चमोली गोपेश्वर से स्वयं मुख्य शिक्षा अधिकारी धर्म सिंह रावत, प्रधानाचार्य दिगपाल सिंह गड़िया , आदि सभी उपस्थित रहे। नाटक मंचन की भरपूर सराहना करते हुए मुख्य शिक्षा अधिकारी ने कलाकार बच्चों व संस्था हैशटैग बिलीवर की संस्थापक कंचन रावत को इस तरह के जागरुक कार्यक्रम को आगे बढ़ाते रहने को प्रोत्साहन दिया।
इसके उपरांत इस नाटक की प्रस्तुति चेपडो के बाज़ार में हुई जिससे की नाटक का सन्देश जनता के बीच भी बुलंद हो सके। नाटक के माध्यम से जहां एक ओर नशा मुक्त समाज नशे के कु परिणामों को उजागर करता दिखा | वहीं दूसरी ओर नशा लुफ़्त समाज स्वयं मैदान में उतर अपनी दलीलें देता दिखा, किंतु अंत में नशा मुक्त समाज की मेहनत रंग लाई जब वाद विवाद के बीच नशा लुफ़्त की समझ में बात आई।
फिर “युवा समाज ने एक होकर बदलावकारी कदम उठाया और नशे की लत शौक और मांगों पर ताला लगवाया। नशे की समस्या से समाधान तक की कहानी कहता यह नाटक प्रस्तुति सरल किंतु सार्थक प्रयास रहा “जिसकी प्रशंसा न केवल ग्राम सभावासी द्वारा हुई बल्कि गुजरते मुसाफिरों की खुली चर्चाओं में भी दिखी।