विकासखंड थराली के ग्राम पंचायत कुनी -पार्था क्षेत्र के अंतर्गत क्षेत्र के आराध्य देव बौधानाग के कपाट छ: माह के लिए विधि विधान पूजा अर्चना के बाद बंद हो गए हैं |
गौरतलब है कि कुनी -पार्था गांव के पास बंमोटिया तोक में विशाल सास- बहू के खेत मे स्थित प्राचीन बौद्धानाग देवता मंदिर के कपाट गुरुवार कार्तिक पूणिमा को कुल पुरोहित दिनेश मिश्रा, प्रेम बल्लभ सती शास्त्री तथा पुजारी सुरेंद्र सिंह मेहरा बिष्ट के द्वारा ब्रह्म मुहूर्त से ही पूजा अर्चना कर इस वर्ष श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए हैं।
कपाट पुनः वैशाख माह की बुद्ध पूर्णिमा को खोले जाएंगे। जानकारी देते हुए पार्था निवासी गोपाल सिंह पिमोली,आनंद सिंह पिमोली, रणजीत सिंह पिमोली,दान सिंह पिमोली, एडवोकेट पूरन पिमोली ने बताया कि कार्तिक माह की बुद्ध पूर्णिमा को प्रतिवर्ष इस मंदिर के कपाट बंद कर लिए जाते हैं और वैशाख माह की बुद्ध पूर्णिमा को पुनः आम लोगों के लिए खोल दिए जाते हैं।
परंपरा के अनुसार क्षेत्र में यदि किसी भी व्यक्ति की कोई वस्तु गुम हो जाती तो भगवान बौद्धानाग के मंदिर में पूजा-याचना के बाद वह वस्तु सुनिश्चित रूप से मिल जाती है या उसके बारे में जानकारी मिल जाती है क्षेत्र के लोगों का ऐसा मानना है।
वहीं शुक्रवार को ग्रामीणों द्वारा पूजा अर्चना भंडारे के साथ पट बंद हो गए हैं इस अवसर पर प्रधान प्रमिला देवी,गोपाल सिंह पिमोली,रणजीत सिंह पिमोली, गब्बर सिंह पिमोली, नरेंद्र सिंह नेगी, रतन सिंह पिमोली, महादेवी पिमोली शाहिद बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।
सुभाष पिमोली थराली