एक ओर प्रदेश में हरेला पर्व मनाया जा रहा है तथा सरकार द्वारा सभी विभागों को धूमधाम से हरेला पर्व मानाने को लेकर दिशा निर्देश दिए गए है और असंख्य पेड़ लगाए जा रहे है | वहीँ दूसरी ओर सड़क, सोलर प्लांट, रिसोर्ट सहित कई कार्यों के लिए जंगल के जंगल कट रहे है तथा उनकी जगह में कंकरीट के जंगल उग रहे है साथ ही संबंधित विभाग जुर्माने और जाँच तक ही सीमित है |
मामला यदि पहाड़ों का हो तो बिना परमिशन के कई कार्य अधिकारियों और ठेकेदारों की मिलीभगत से मानकों को दरकिनार करके कोई भी कार्य आसानी से हो जाते है |
ऐसा ही मामला पौड़ी-ल्वाली मोटर मार्ग पर पोखरी तोक पौड़ी कड़ाई वन पंचायत क्षेत्र का है | जँहा पर आजकल सड़क चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है, जिसे लोक निर्माण विभाग करवा रहा है | वहीँ निर्माण कार्य की आड़ में बांज व काफल के पेड़ जड़ से उखाड़े जा रहे है |
इस मामले में वन पंचायत के सरपंच वकुल रावत ने नाराजगी जताई है | उनका कहना था कि उनकी वन पंचायत क्षेत्र के अंतर्गत सड़क बन रही है और पेड़ बिना उनके संज्ञान के कट गए | उन्होंने जिला अधिकारी से कार्यदाई संस्था व ठेकेदार पर कड़ी कार्यवाही करने की मांग की है |