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चिन्हीकरण से वंचित रह गए उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों ने पूर्व निर्धारित अपने कार्यक्रम के तहत उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर काला दिवस मनाते हुए उप जिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया जिसमें उनके द्वारा मांग की गई |
चिन्हीकरण की प्रक्रिया शुरू किए जाने की मांग की है। तहसीलदार के माध्यम से जिलाधिकारी को भेजे गए ज्ञापन में चिन्हीकरण से वंचित आंदोलनकारियों ने कहा है कि वंचित सभी राज्य आंदोलनकारी चिन्हिनीकरण कर प्रमाण पत्र प्रदान किया जाए।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर सैनीकरण से वंचित राज्य आंदोलनकारी ने परखाल तिहारी पर एकत्रित होकर फीता और काला झंडा लेकर नारी बाजी के साथ नारायण बगड़ के थराली बगड़, मुख्य बाजार से होते हुए तहसील कार्यालय पहुंचे | जहां पर उनके द्वारा बैठक आयोजित कर कहां की राज्य आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले आंदोलनकारियों को आज तक चिन्हित नहीं किया गया है।
जबकि वर्ष 2017 में सभी आंदोलनकारियों ने आंदोलन से संबंधित अपने दस्तावेज जिलाधिकारी कार्यालय में जमा है उन्होंने मांग की चिन्हीकरण की प्रक्रिया तुरंत शुरू प्रमाण पत्र प्रदान किया जाए नहीं तो उनके द्वारा सभी सरकारी कार्यक्रमों का विरुद्ध कर काले झंडे दिखाए जाएंगे |
वही उप जिलाधिकारी के माध्यम से जिलाधिकारी को ज्ञापन प्रेषित किया गया ज्ञापन में चिन्हीकरण से वंचित रह गए आंदोलनकारी दलवीर सिंह रावत, खीमसिंह नेगी,गंगासिंह रावत,रधुवीर सिंह नेगी,महिपाल सिंह बिष्ट, महावीर सिंह,मोहन सिंह,धर्मसिंह रावत, गबरसिंह,,रामानंद भट्ट, गोपाल सिंह रौतेला जयबीर मनराल,दलीप नेगी, आदि आंदोलनकारियों ने हस्ताक्षर किए हैं।
सुभाष पिमोली थराली