धार्मिक विधि विधान के साथ आज शुक्रवार को अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर गंगोत्री एवं यमुनोत्री मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए है। इस पावन मौके पर देश-विदेश से आए हजारों श्रद्धालु ने दिव्य धार्मिक परंपराओं की भव्यता के साथ गंगा व यमुना के उद्गम क्षेत्रों की संस्कृति के साक्षी बने।
प्रातः 6.29 मिनट पर यमुनोत्री धाम में कपाटोद्घाटन के लिए अपने शीतकालीन प्रवास खरसाली (खुशीमठ) से मां यमुना की उत्सव डोली अपने भाई शनिदेव की अगुवाई में कालिन्दी पर्वत की तलहटी से अपने यमुनोत्री धाम के लिए रवाना हुई। इस दौरान खरसाली में ग्रामीणों एवं लोेक देवाताओं की डोलियों ने यमुना जी की डोली को भाव विभोर होकर विदा किया। डोली यात्रा में जिला कमांडेंट होमगार्ड रूद्रप्रयाग सुनील डंगवाल के नेतृत्व में शामिल जवानों का बैगपाईपर बैंड भी आकर्षण का प्रमुख केन्द्र रहा।
रोहिणी नक्षत्र की बेला पर यमुनोत्री धाम में तीर्थ पुरोहितों के द्वारा पूर्वाह्न 10.29 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चार व विधि-विधान के साथ मंदिर केे कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गए। इस मौके पर धाम कपाट खुलने के मौके पर छः हजार से अधिक श्रद्धालुओं के साथ ही एसपी विजिलेंस डॉ. मुरुगेशन, विधायक यमुनोत्री संजय डोभाल, यमुनोत्री मंदिर समिति के अध्यक्ष एवं एसडीएम बड़कोट मुकेश रमोला, सीओ सुरेन्द्र सिंह भण्डारी, मंदिर समिति के सचिव सुरेश उनियाल, पुरोहित महासभा के अध्यक्ष पुरूषोत्तम उनियाल, पवन उनियाल समेत तीर्थ पुराहित और अनेक गणमान्य लोग मौजूद थे।
वहीँ दूसरी और भैरोघाटी से गंगा जी की डोली हजारों श्रद्धालुओं के साथ गंगोत्री धाम पहॅुचने पर भागीरथी के इस उद्गम क्षेत्र में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। श्रद्धालुओं द्वारा कपाट खुलने के मौके पर हर-हर गंगे के उद्घोष से पूरा वातावरण गुंजायमान हो गया | पूजा-अभिषेक के साथ गंगोत्री धाम में अभिजीत मूहूर्त पर अपराह्न 12.25 बजे कपाटोद्घाटन हुआ। इस अवसर पर सेना की जेकेलाई रेजीमेंट के बैंड की स्वरलहरियों ने कपाटोद्घाटन के महोत्सव की भव्यता को नया आयाम दिया। रेजीमेंट के द्वारा श्रद्धालुओं के लिए लंगर की भी व्यवस्था की गई थी।
कपाटोद्घाटन के अवसर पर श्रद्धालुओं ने गंगा-यमुना में स्नान कर पूजन कर मंदिर और अखंड ज्योति के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। इस यात्राकाल के शुभारंभ के अवसर पर तीर्थ धामों का अभिषेक एवं तीर्थयात्रियों के स्वागत के लिए हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा भी की गई | साथ ही लोक कल्याण की मंगलकामना करने के साथ ही यात्रा के सुखद और सुरक्षित संपन्न होने की कामना की गई।
रिपोर्ट मनमोहन भट्ट, उत्तरकाशी