शहीद भवानी दत्त शौर्य महोत्सव का रंगारंग आगाज, सेना के बेंड धुनो के साथ के साथ शहीद स्मारक पर रीत चढ़ाकर किया नमन

तीन दिवसीय शहीद भवानी दत्त शौर्य महोत्सव का रंगारंग आगाज हो गया है इस मोके पर सेना के जवानों , पूर्व सैनिकों स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा शहीद भवानी दत्त जोशी के स्मारक पर सेना के बेंड धुनो के साथ रीत चढ़ा कर नमन किया तथा थराली विधायक भूपाल राम टम्टा द्वारा शहीद के चित्र पर दीप प्रज्वलित एवम माल्यार्पण कर मेले का शुभारंभ किया, जिससे तीन दिन तक चलने वाले मेले का आगाज हो गया है l

सुभाष पिमोली थराली।


देश की रक्षा के लिए बलिदान देने वाले शहीद भवानी दत्त जोशी ने पिंडर घाटी के युवाओं में देश के लिए बलिदान का एक जज्बा भरा है, आज भी उनके बलिदान की कहानी युवाओं को प्रेरणा दे रही है l यूं तो स्वतंत्रता आंदोलन से लेकर देश की संप्रभुता एवं अखंडता को बनाए रखने के लिए इस क्षेत्र के दर्जनों युवाओं ने अपनी शहादत दी उनमे से शहीद भवानी दत्त जोशी का नाम आज भी क्षेत्र में गर्व के साथ लिया जाता है l

14 जुलाई 1952 में चेपड़ो गांव के ख्यालीराम जोशी के घर जन्मे शहीद भवानी दत्त जोशी 14 जुलाई 1970 में गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए उसके बाद उन्होंने 1972 में भारत-पाक युद्ध में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और लड़ाई में वह बुरी तरह घायल हो गए थे l बाद में स्वस्थ होने पर उन्होंने पुनः अपना योगदान सेना को दिया l

1984 में जब पूरा पंजाब आतंकवाद से जूझ रहा था तब आतंकियों ने श्रद्धा का मुख्य केंद्र स्वर्ण मंदिर पर भी कब्जा कर लिया था l जिसे सरकार ने ब्लू स्टार ऑपरेशन शुरू करवाया तथा पंजाब को सेना के हवाले करते हुए गढ़वाल राइफल की एक प्लाटून को आतंकियों से मंदिर को खाली कराने का जिम्मा सौंपा l

लंबी जद्दोजहद के बाद भी सेना मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाई तब साहसी भवानी दत्त जोशी ने अदम्य साहस का परिचय देते हुए अपने प्राणों को हथेली में रखकर 5 व 6 जून की मध्यरात्रि को मंदिर की एक खिड़की को तोड़ कर उसके रास्ते मंदिर में प्रवेश किया l

इस दौरान आतंकवादियों की कई गोलियां उन पर लगी किंतु इसकी परवाह किए बगैर उन्होंने कई दुश्मनों को मार गिराया l बाद में अन्य सैनिकों ने भी मंदिर में प्रवेश किया और आतंकियों को मारकर सिखों के पवित्र तीर्थ स्वर्ण मंदिर को आजाद किया, किंतु इस दौरान वीर जवान अपने सहयोगी सैनिकों एवं परिजनों को रोते बिलखते छोड़ शहीद हो गए l

बाद में सरकार ने उन्हें मरणोपरांत शीतकालीन अशोक चक्र से सम्मानित किया l वे उत्तराखंड के पहले अशोक चक्र विजेता है, उनके परिवार में उनकी विधवा और दो लड़के हैं और उनका एक लड़का सेना में अधिकारी है l जबकि दूसरा शहिद भवानी दत्त इंटर कॉलेज चेपड़ो में कार्यरत है l

अब उनकी स्मृति में श्रद्धांजलि के लिए हर वर्ष छह से आठ जून को तीन दिवसीय शौर्य महोत्सव का आयोजन किया जाता है जबकि पिछले 13 वर्षों तक किन्ही कारणों से मेले का आयोजन नहीं हो पाया l

वर्ष 2023 में पुनः इस मेले का शुभारंभ किया गया जिसमें मुख्य अतिथि सूबे के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पहुँचे और उन्होंने इस मेले को राजकीय मेले की घोषणा की l

आज मेले के प्रथम दिवस महिला मंगल दल तथा स्कूली छात्र-छात्राओं के द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए मेले में विभिन्न विभागों द्वारा स्टाल लगाए गए सेना द्वारा पूर्व सैनिकों के लिए कैंटीन की सुविधा तथा मेडिकल की सुविधा के साथ पेंशन प्रकरणों की सुधारीकरण के लिए भी कैंप की व्यवस्था की गई है l

इस अवसर पर सी आई एम एस के मैनेजिंग डायरेक्टर ललित जोशी, ओ हो रेडियो के डायरेक्टर जे काव्य, मेला अध्यक्ष वीरू जोशी सचिव देवेंद्र रावत संयोजक दिगपाल सिंह गाड़िया , संरक्षक कर्नल ईश्वर फर्शवाण, पूर्व सेना अधिकारी परवेद्र भकुनी, डॉ कर्नल हरीश जोशी शहिद के पुत्र , वीरांगना विमला जोशी, कर्नल प्रवीण भट्ट, कर्नल सुमित सूद, कर्नल गिरी दत्त जोशी,सूबेदार दिनेश कुमार, सूबेदार रोहित सिंह, सूबेदार करण सिंह, हवलदार नरेंद्र सिंह, हवलदार जय सिंह, विनोद जोशी, हीरा सिंह,भाजपा मंडल अध्यक्ष नंदू बहुगुणा,गंगा सिंह बिष्ट,गिरीश चमोला, मेला उपाध्यक्ष दर्शन सिंह शाह सांस्कृतिक सचिव महिला मंगल दल अध्यक्षा नीलू शाह, सहित महिला मंगल दल चेपड़ो, टूंडरी, सेरा ने शहिद को नमन कर पुष्प अर्पित किये इस अवसर पर लोक गायक सौरभ मैठाणी के गीतों पर दर्शक खूब झूमे कार्यक्रम मे ब्लाक प्रमुख थराली कविता नेगी, ब्लाक प्रमुख नारायणबगड़ यशपाल सिंह नेगी इंद्र सिंह राणा, यशवंत बड़ीयारी मौजूद रहे कार्यक्रम का संचालन रमेश देवराड़ी ने किया।

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