पुरीः ओडिशा(Odisha) के पुरी में बड़ा डंडा (Grand Road) में 7 जुलाई को वार्षिक रथ(Rath) यात्रा की तैयारियों के तहत भौनरी उत्सव के अवसर पर मंगलवार को “चक डेरा अनुकुला” (Chaka Dala Anukula) अनुष्ठान का आयोजन किया गया।
भगवान जगन्नाथ, देवी सुभद्रा और भगवान बलभद्र के रथों(Rath) से पहियों को जोड़ने से पहले चक डेरा अनुकुला नीति आयोजित की जाती है।
मंगलवार को अनुष्ठान अज्ञ्यान माला के आगमन के साथ शुरू हुआ जिसके माध्यम से भाई-बहन देवताओं ने कार्य की अनुमति दी। मंदिर के अंदर से भगवान द्वारा भेजी गई माला उनकी सहमति को दर्शाती है।
सेवकों द्वारा संचालित अनुष्ठान भगवान बलभद्र के रथ(Rath) तलध्वज से शुरू हुआ और उसके बाद भगवान जगन्नाथ के नंदीघोसा और देवी सुभद्रा के दर्पदलन रथ(Rath) का आयोजन किया गया।
महाराणा और भोई समुदायों के लगभग 200 बढ़ई तीन रथों(Rath) के निर्माण में लगे हुए हैं। अनुष्ठान के बाद, उन्हें अब रथों(Rath) से पहियों को जोड़ने की अनुमति है।