ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस के संबंध पिछले साल फरवरी में विभाग के मुख्य अभियंता वीरेंद्र के राम अरेस्ट हुए थे। जिसके बाद लगातार उनके गिरफ्तार होने पर बड़ी हलचल बनी रही | जिसे लेकर कई कयास लगाए जा रहे थे |
जिसके बाद रांची में प्रवर्तन निदेशालय के छापे के दौरान, एक हाउस हेल्प के घर से करोड़ों का कैश बरामद हुआ है। यह हाउस हेल्प, कथित रूप से राज्य मंत्री आलमगीर आलम के पर्सनल सेक्रेटरी संजीव लाल के लिए काम करता है। आलमगीर आलम झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री और पाकुड़ से कांग्रेस विधायक हैं।
ED एक पुराने कैसे की जांच के सिलसिले में रांची पहुंची और अलग-अलग जगह पर रेड मारी गई l सोमवार सुबह से ही ईडी द्वारा छापेमारी की जाने से पुरे रांची में हलचल मची रही | जिस कारण लोगों में अफावाओं का बाज़ार गर्म रहा और लोग बड़े गौर से छापे मारी की खबर पर नजर गढ़ाए रहे |
जानकारी के अनुसार 20 से 30 करोड़ की बरामदगी बताई जा रही है, वहीँ बरामद हुए पैसे की गिनती करने के लिए कैश मशीन को भेजा गया और अनुमान यह लगाया जा रहा है कि रकम बढ़ सकती है | ED के सूत्रों ने न्यूज़ एजेंसी को बताया है कि अधिकारियों से कुछ जेवर भी बरामद किए गए हैं तथा उनकी जानकारी जुटाई जा रही है |
चूंकि यह मामला विधायक आलमगीर आलम से जुड़ा हुआ है, इसलिए उनसे भी बयान लिया गया है। उन्होंने PTI से कहा कि उन्हें इस संबंध में कोई आधिकारिक जानकारी नहीं है।
कौन से केस के लिए हुई छापामारी ?
झारखंड ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस के सिलसिले में यह छापेमारी की गई है। आपको बता दें पिछले साल फरवरी में, इस मामले को लेकर विभाग के चीफ इंजीनियर वीरेंद्र के राम को अरेस्ट किया गया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ED ने बताया कि वीरेंद्र ने ठेकेदारों को टेंडर आवंटित करने के बदले उनसे कमीशन के नाम पर पैसे लिए थे। एजेंसी ने आरोप लगाया कि राम और उनके परिवार के सदस्यों ने उन पैसों का इस्तेमाल आलीशान जीवन जीने के लिए किया।
इससे पहले, वर्ष 2019 में वीरेंद्र के एक जूनियर के पास से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी। बाद में, यह मामला PMLA के तहत केस ED को ट्रांसफर कर दिया गया।
बीजेपी ने की कार्यवाही किये जाने की मांग
ED द्वारा रेड किये जाने को लेकर झारखंड के बीजेपी के अध्यक्ष प्रतुल शाह द्वारा आलमगीर आलम को जल्द से जल्द हिरासत में लेने और बरामद की हुई राशि को लेकर उन पर सख्त से सख्त कार्यवाही की मांग की है |